न्यायालय ने पुश अधिकार संगठनों को हस्तक्षेप और आदेश पास करने के पहले उनको विस्तार में सुनने की अनुमति दी. 

9 सितंबर 2022 कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ एकजुट हों.        
जानिए क्या है पूरा मामला

न्यायालय ने पुश अधिकार संगठनों को हस्तक्षेप और आदेश पास करने के पहले उनको विस्तार में सुनने की अनुमति दी.         
कुत्तो से दयालुता एवं काटने के बीच एक संतुलन की जरूरत - सुप्रीम कोर्ट

दिनांक 9 सितंबर को कहा कि उसका प्रयास होगा कि कुत्तों को खिलाने एवं निरपराध लोगों को कुत्तों द्वारा काटे जाने की घटनाओं के बीच एक संतुलन बनाने की जरूरत है.        
न्यायमुर्ति संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच में उन्होने मौखित रूप से कहा कि “मैं भी एक डाग-लवर हूं और यहाँ पर मेरी तरह कई और लोग भी डाग-लवर है”...  हमें स्वीकार करना चाहिए कि कुछ समस्या है. कुत्ते भोजन के अभाव में अथवा उग्र अथवा संक्रमित हो सकते है”          
कोर्ट अगली सुनवाई दिनांक 28 सितंबर 2022 को है.        
बेंच ने जस्टिस श्री जगन कमीशन, जिसको 2016 में गठित किया गया था, की रिपोर्ट को प्रस्तुत करने के लिए कहा.        
कोर्ट ने पुश अधिकार संगठनों के हस्तक्षेप को कोर्ट ने अनुमति देते हुए कहा कि कोई भी आदेश देने के पहले उनको पूरे विस्तार से सुना जाएगा.        
 

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